मोरी - जब दिल मांगे मोर एडवेंचर
मोरी उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक गाँव है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल समुद्र तल से 3700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान जौनसर बावर क्षेत्र में टोंस नदी के किनारे स्थित है। टोंस नदी तमस नदी के नाम से भी जानी जाती है एवं इस जगह को टोंस घाटी का प्रवेश द्वार भी कहते हैं। एक किंवदंती के अनुसार यह नदी, हिंदू महाकाव्य महाभारत के पौराणिक चरित्र, भुब्रुवाहन के आंसुओं से बनी है। ग्रामीणों का मानना है कि उसके आंसू अभी भी नदी में बहते हैं, इसलिए वे इस नदी का पानी कभी नहीं पीते। हालाँकि कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यह नदी, महाकाव्य रामायण के एक पौराणिक पात्र शूर्पणखा के आंसुओं से बनी है।
क्या ख़ास है मोरी के आस पास :-
इस क्षेत्र के निवासी कौरवों तथा पांडवों को अपना पूर्वज मानते हैं। वे हिंदू महाकाव्य महाभारत के पौराणिक क्षत्रिय तथा सम्राट थे। यहाँ के निवासी हिंदू महाकाव्य के खलनायक कौरवों की पूजा करते है। जाखोल गाँव में स्थित दुर्योधन का मंदिर यहाँ का एक प्रसिद्ध पुण्य स्थल है। यह मंदिर, कौरवों में ज्येष्ठ, दुर्योधन को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण सौर गाँव के निवासियों ने करवाया था।
यह क्षेत्र शिविर के लिए एक आदर्श स्थान है क्योंकि यह स्थान हरे भरे देवदार के पेड़ों के जंगलों से घिरा हुआ है। इसकी गिनती एशिया के बेहतरीन पर्यटक स्थलों में होती है। बड़ी संख्या में निजी रिसॉर्ट्स यहाँ शिविर या कैम्पिंग पर्यटकों को उचित दरों पर उपलब्ध कराते हैं। यह रिसॉर्ट्स बॉनफायर और बारबेक्यू का भी इंतजाम करते है जिससे आपका यहाँ रहने का अनुभव अविस्मरणीय हो जाता है।
मोरी, टोंस नदी में एन्गलिंग, राफ्टिंग एवं कयाकिंग जैसे साहसिक खेल खेलने का अवसर भी प्रदान करता है। यह नदी बंदरपूंछ चोटी से उत्पन्न होती है एवं इसे यमुना नदी की सबसे बड़ी शाखा के रूप में जाना जाता है। मोरी में पर्यटक अन्य साहसिक खेल जैसे ट्रेकिंग, जंगल की सैर, चट्टानों पर चढ़ना एवं रेप्लिंग का आनंद भी उठा सकते हैं।
कैसे जाएं मोरी :-
पर्यटक रेलमार्ग, वायुमार्ग एवं सडकों द्वारा आसानी से मोरी पहुँच सकते हैं। देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा मोरी के सबसे पास का हवाई अड्डा है जो इस स्थान से 175 किमी की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा देहरादून का रेलवे स्टेशन मोरी के सबसे पास का रेलवे स्टेशन है। पास के शहरों से मोरी जाने के लिए कई सरकारी एवं निजी बसें उपलब्ध हैं।
मोरी जाने का सबसे अच्छा समय :-
पर्यटक गर्मियों में एवं मानसून में इस स्थान पर आने की योजना बना सकते हैं। गर्मियों का मौसम ट्रेकिंग के लिए और मानसून का समय राफ्टिंग एवं कयाकिंग के लिए आदर्श मौसम है।
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